पप्पू एक काला और एक सफ़ेद जुराब पहनकर स्कूल गया। अध्यापक: घर जाओ और मोज़े बदलकर आओ। पप्पू: कोई फायदा नहीं, वहां भी एक काला और एक सफ़ेद है।
अध्यापक: तुम लोग रोज़ 8 घंटे सोया करो। पप्पू: असंभव है सर। अध्यापक: वो क्यों? पप्पू: क्योंकि स्कूल तो सिर्फ 6 घंटे के लिए होता है।
परीक्षा में अध्यापक ने नक़ल करने की इजाज़त दे दी। और उसने कहा बाहर ये मत कहना कि मैंने नक़ल करने दिया था। . . . . . . शरारती पप्पू: ना जी ना, हम कहेंगे कि अध्यापक तो बहुत सख्त था, कुत्ते ने हिलने भी नहीं दिया, मर जाए साला।
अध्यापक: तुम दो दिन से स्कूल क्यों नहीं आये थे? पप्पू: सर मेरे पास एक ही पेंट शर्ट है और वह मैंने परसों धोई थी। अध्यापक: और कल? पप्पू: कल मैं आ ही रहा था कि आपके घर की बालकनी में आपकी पेंट-शर्ट टंगी हुई देखी तो घर लौट गया।
अध्यापक: पप्पू अभी तक तुमने सवाल हल क्यों नहीं किया? पप्पू: जी, अभी तक मुझे नक़ल करने का मौका ही नहीं मिला।
अध्यापक: कल स्कूल क्यों नही आये? पप्पू: गिर गया था और लग गयी थी। अध्यापक: कहाँ गिरे, कहाँ लगी? पप्पू: बिस्तर पर गिर गया था और आँख लग गयी थी।