पठान: यह मेरे अब्बू के एक दोस्त करीम खान की कब्र है, इनके पास जो कुछ भी था वह सब अनाथ आश्रम को दे दिया गया। दोस्त: वैसे अनाथ आश्रम को क्या-क्या दिया? पठान: चार बेटे, और दो बेटी।
पठान के तलाक़ का मुक़दमा अदालत में चल रहा था। जज: मैंने इस मुक़दमे के बारे में यह फैंसला किया है कि तुम्हारी बेगम को हर महीने 20,000 रुपये मुआवजे के तौर पर मिलेंगे। पठान: बहुत-बहुत मेहरबानी जज साहब, और हाँ कभी-कभी मेरे पास पैसे होंगे तो मैं भी थोड़े पैसे दे दिया करूँगा।
पठान डॉक्टर के पास गया और बोला, "डॉक्टर साहब बुखार आ रहा है।" डॉक्टर(नब्ज़ पकड़ कर): हाँ बुखार तो है, मैं दवाई लिख देता हूँ। पठान: डॉक्टर साहब, कडवी दवा मत लिखना। डॉक्टर ने उसे घूर कर देखा और फिर दवाई लिखने लगा। पठान फिर बोला, "डॉक्टर साहब कडवी दवा मत लिखना।" डॉक्टर को गुस्सा आ गया और बोला, "तो क्या साले एक किलो जलेबी लिख दूँ।"
पप्पू: हमारे टौमी ने मेरी सारी किताब खा ली! संता: उसको मेरे पास लेकर आओ, मैं उसे सजा दूंगा! पप्पू: सजा तो मैंने उसको दे दी, उसकी कटोरी वाला दूध मैं पी गया!