वो शैतान जो रमदान में बंद नहीं हुए उनकी 4 निशानियाँ: 1. हाथ में मोबाइल होगा। 2. अँगूठा बटन पर होगा। 3. मैसेज पढ़कर हँसेगा। 4. फिर सोचेगा कि किसको फॉरवर्ड करूँ।
कभी हौंसला भी आजमा लेना चाहिए; बुरे वक्त में मुस्कुरा लेना चाहिए; अगर सातवें दिन भी खुजली ना मिटे तो; आठवें दिन नहा लेना चाहिए।
खाली स्थान में "हाँ" या "ना" भरो। 1: ____ मैं इंसान नहीं बन्दर हूँ। 2: ____ मैं पागल हूँ। 3: ____ मेरे दिमाग का कोई इलाज नहीं है। 4: ____ मुझे पागल खाने ही जाना है।
आज के समाज में सिर्फ वही इंसान सिर ऊपर उठा के चल सकता है; जिसके पास... . .. ... .... स्मार्ट फोन ना हो!
हर गम में चूर हूँ; हर ख़ुशी से दूर हूँ; जी रहा हूँ सिर्फ इसलिए क्योंकि; मैं भी किसी की माँग का सिन्दूर हूँ।