कक्षा में हाजिरी लग रही थी। राजू? यस सर। बंटी? यस सर। पप्पू? यस सर। उल्लू? ? ? ? ? अभे मैसेज पढ़ना बंद कर तेरी बारी है, यस सर बोल।
जब से तुम्हें जाना है, जब से तुम्हें पाया है; हर दुआ में तेरा ही नाम आया है; ताकि पूछ सकूँ रब से, . . . . . . . यह कैसा नमूना बनाया है।
आज कल की दुनिया में शरीफ, सच्चे और प्यारे दोस्त मिलना बहुत ही मुश्किल है। . . . . . . मैं खुद हैरान हूँ कि तुम लोगों ने मुझे ढूंढ कैसे लिया?
नज़र से नज़र मिला कर तो देखो; किसी को अपना बना कर तो देखो; मिलना चाहेंगे सब लोग आप से; . . . . . . . दिन में एक बार नहा कर तो देखो।