पत्नी: पूरा दिन क्रिकेट, क्रिकेट। मैं घर छोड़ कर जा रही हूँ। पति (कमेंट्री के अंदाज़ में): पहली बार कदमों का बेहतरीन इस्तेमाल।
पति: मेरे सीने में बहुत दर्द हो रहा हैं, जल्दी से एम्बुलेंस के लिए फोन लगाओ। पत्नी: हाँ, लगाती हूँ, अपने मोबाईल का पासवर्ड बताओ। पति: रहने दो, अब थोडा ठीक लग रहा है।
पति-पत्नी दोनों मंदिर गए और पत्नी ने मन्नत का धागा बाँधने के लिए हाथ उठाये और फिर कुछ सोच कर मन्नत का धागा बांधे बिना ही हाथ नीचे कर लिये। पति: ये क्या? मन्नत नही मॉंगी? पत्नी: माँगने ही लगी थी कि ईश्वर आपकी तमाम मुश्किलें दूर कर दे फिर सोचा कहीं मैं ही न निपट जाऊँ।
पत्नी: तुम मुझे पहले जितना प्यार नहीं करते। शादी से पहले तो पड़ोस की छत से कूदकर मुझे मिलने आ जाते थे। पति: अब सोचता हूँ कि साला उसी छत से मैं गिर क्यों नहीं गया।
बहू: मां जी कल रात मेरा उनसे झगड़ा हो गया! सास: कोई बात नहीं! ये तो हर पति पत्नी में होता रहता है! बहू: वो तो मुझे भी पता है, पर ये बताइये अब लाश का क्या करना है?
पति: क्या बात है, आज घर बड़ा साफ है। क्या वॉट्सएप बंद है तुम्हारा? पत्नी: नहीं वो तो चार्जर नहीं मिल रहा था तो ढूंढ़ने के चक्कर में सफाई हो गयी।