संता: आज खाना तुमने नहीं बनाया क्या? जीतो: क्यों क्या खराबी है? संता: कोई खराबी नहीं है, सब कुछ एक दम सही है, तभी पूछ रहा हूँ कि कहीं बाहर से मंगवाया है क्या?
संता: कल रात मैंने सपने में देखा कि कोई लड़का तुम्हें चूमने की कोशिश कर रहा है। जीतो: तो क्या लड़का सफल हुआ? संता: नहीं। जीतो: फिर वो कोई और होगी, मैं नहीं।
संता ने बंता को फ़ोन किया। संता: और बंता क्या कर रहे हो? बंता: बस प्रीतो खाना खा के हटी है और मैं स्कॉच... स्कॉच सुनते ही संता ने बंता की बात को बीच में ही काट दिया और बोला, "वाह यार मज़े हैं तुम्हारे, कौन सी स्कॉच पी रहे हो? बंता: अरे ख़ाक स्कॉच पी रहा हूँ, मैं तो स्कॉच ब्राइट से बर्तन धो रहा हूँ।
संता: तुम मेरी फिल्म मे काम करोगी? जीतो: हाँ, पर सीन क्या है? संता: तुम्हे धीरे-धीरे पानी मे जाना होगा। जीतो: फिल्म का नाम क्या है? संता: गयी भैंस पानी में।
बंता: व्रत है? प्रीतो: हाँ जी बंता: कुछ खाया? प्रीतो: हाँ जी बंता: क्या? प्रीतो: केला, सेब, अनार , मूंगफली, फ्रूट क्रीम, आलू की टिक्की, साबूदाने की खीर, साबूदाने के पापड़, कुट्टू की पूरी, सावंख के चावल, सिंघाड़े के आटे का हलवा, खीरा, सुबह-सुबह चाय और अब जूस पी रही हूँ। बंता: बहुत सख्त व्रत रख रही हो, यह हर किसी के बस का कहाँ है। और कुछ खाने की इच्छा है? देख लो कहीं कमज़ोरी न आ जाए।
प्रीतो: मैं घर छोड़कर जा रही हूँ। बंता (गुस्से में): हाँ, 'जान' छोड़ो अब बस। प्रीतो: यही आपकी 'जान' कहने की आदत न, हमेशा मुझे रोक लेती है।