अगर आपकी राह में छोटे छोटे पत्थर आये तो समझ लेना... . . . . . . . . रोड का काम चल रहा है। ~ भंवरलाल ठेकेदार
बंता: भैया बाल छोटे-छोटे कर दो। नाई: कितने छोटे कर दूँ, साहब? बंता: इतने छोटे कर दो कि बीवी के हाथों में ना आ सकें।
लड़की छोटे कपड़े पहनकर ऑफिस गई तो उसने संता से पूछा, "मैं जवान लग रही हूँ न"? संता: ये भी उतार दे पगली, नवजात लगेगी।
बंता: भाई बाल छोटे कर दो। नाई: कितने छोटे करने हैं साहिब? बंता: इतने छोटे कि पत्नी के हाथों में ना आ सकें!
एक आदमी: भैया बाल छोटे कर दो. नाई : कितने छोटे कर दूं साहब? आदमी : इतने कर दो कि बीबी के हाथो में ना आ सकें.