डिटर्जेंट के विज्ञापन में कितनी आसानी से बच्चे कपडे गंदे कर घर आ जाते हैं। बचपन में हम आ जाया करते थे तो कपडे बाद में धुलते थे, पहले हम धुले जाते थे।
संता और बंता आपस में बात कर रहे थे। बंता: यार मैं जब सूट पहन कर सब्जी लेने जाता हूँ तो दुकानदार मुझे महंगी सब्जी देते है और जब गंदे कपड़े पहन कर जाता हूँ तो सस्ती देते है। संता ने सुझाव दिया: "यार, तुम कटोरा लेकर जाया करो मुफ्त में ही दे देंगे।"