संता: आज तुम्हारी कौन सी सालगिरह है? गर्लफ्रेंड: बीसवीं। संता: लेकिन पिछले साल भी तो तुमने बीसवीं सालगिरह ही मनाई थी ना? गर्लफ्रेंड: हाँ बिलकुल, मैं उन लड़कियों में से नहीं हूँ जो आज कुछ कहती हैं और कल कुछ।
बिहारी: ये कौनसी जगह है? प्लेटफॉर्म पर खडा संता बोला, "साले भइये वहां नवाब बन के क्यों बैठा नीचे आके देख ले।" बिहारी अपने साथी से, "चलो भाई उतरो 'पंजाब' आ गया।"
कैप्टन: नौजवानों आगे बढ़ो। संता: आगे नहीं बढ़ा। कैप्टन: तुम आगे क्यों नहीं बढ़े? संता: आपने कहा 9 जवानों आगे पढ़ो, मैं दसवें नंबर पर था।
संता: तुम तो जानते ही हो कि मैं मेहनत करके नीचे से ऊपर आया हूँ। बंता: क्यों नहीं, पहले तुम बूट पॉलिश किया करते थे और अब सर पर तेल मालिश का काम करते हो।
जीतो (गुस्से में): मैं पूछती हूँ कि ऐसा चोर नौकर क्यों रखा? संता: क्यों क्या हुआ? जीतो: होना क्या था, आप परसों होटल से जो चांदी की प्लेट चुरा के लाये थे, वो इसने गायब कर दी।
संता: डॉक्टर साहब मुझे बार-बार यही सपना दिखता है कि मेरे पास से होकर सुन्दर-सुन्दर लड़कियां तेजी से भाग रहीं हैं। डॉक्टर: उसमें मुझसे क्या चाहते हो? संता: आप ऐसी दवा दीजिए कि या तो उन लडकियों की रफ़्तार कुछ कम हो जाए या फिर मेरी रफ़्तार बढ़ जाए।