संता: यार मैं परेशान हो गया हूँ, मेरी बीवी हमेशा पिछले पति के बारे में ही बातें करती रहती है। बंता: शुक्र करो भाई! मेरी बीवी तो अगले पति के बारे में बातें करती है।
संता की पहली बीवी का रंग काला था तो उसने एक दिन संतरी (Orange) रंग की साड़ी पहनकर पूछा: मैं कैसी दिख रही हूँ? संता (उसको चिढ़ाते हुए) बोला: जैसे काजल की फैक्ट्री में आग लग गई हो।
संता: यार! मैं जो भी काम शुरू करता हूँ मेरी बीवी बीच में आ जाती है। बंता: तू ट्रक चला कर देख, शायद किस्मत साथ दे दे!
बंता: और भाई संता तुम्हारी बीवी के घुटने का दर्द ठीक हुआ कि नहीं? संता: हां यार डॉक्टर को दिखाते ही ठीक हो गया। बंता ने हैरानी से पूछा: अच्छा, कौन सी दवा से? संता: दवा वगैरह कुछ नहीं। बस, डॉक्टर ने बताया कि यह बुढ़ापे की निशानी है और उस दिन के बाद उसने दर्द की शिकायत ही नहीं की
संता: तेरी बीवी मर गयी तो तूने अपनी साली से शादी क्यों कर ली? बंता: अब नयी सास को झेलने की हिम्मत मुझ में नहीं रही।
संता (डॉक्टर से): डॉक्टर साहब, मैं अपनी बीवी की यादाश्त से बहुत परेशान हूँ। इसका कोई इलाज़ कीजिये। डॉक्टर: क्या हुआ, क्या वो बातें भूल जाती हैं? संता: नहीं डॉक्टर साहब, यही तो मुसीबत है कि वो कुछ भूलती ही नहीं है।