पति: तुम मेरे साथ नौकर की तरह बर्ताव करना छोड़ दो वर्ना। पत्नी: वर्ना क्या? पति: मैं दो चार घर और पकड़ लूँगा।
पति: मुझे अजीब सी बिमारी हो गई है, जब मेरी बीवी बोलती है तो मुझे कुछ सुनाई नहीं देता। हक़ीम: माशाल्लाह ये बिमारी नहीं, तुम पर अल्लाह की रहमत हुई है।
पत्नी: तुम सारी दुनिया में भी ढूढोंगे तो भी मुझ जैसी दूसरी नहीं मिलेगी। पति: तुम क्या समझती हो कि मैं दूसरी भी तुम जैसी ही तलाश करूँगा?
नई बहु से सास ने कहा, "बेटी, आज से मुझे मां और अपने ससुर को पापा कहना"। शाम को पति के आने पर पत्नी बोली, "मां, भैया आ गए"।
पत्नी: अगर मैं वक्त (समय) होती तो लोग मेरी कितनी कद्र (इज्ज़त) करते। पति: लोग तुम्हें देखकर डर जाते। पत्नी: क्यों? पति: लोग कहते कि `देखो, बुरा वक्त आ रहा है।`