आप मन ही मन उन्हें चाहते रह गए; उन्हें पटाने का प्लॉन बनाते रह गए; पटाकर कोई और ले गया उनको; . . . . . . . और आप उनकी शादी के टैंट से कुत्ते भगाते रह गए।
हिंदुस्तानी नारी संस्कारों वाली होती हैं। वो सबके सामने अपने पति को 'अबे गधे/ओए गधे' नहीं कहती। इसीलिए कहती हैं, "ए जी/ ओ जी - सुनते हो।"
पति के जन्मदिन पर पत्नी ने पूछा, क्या गिफ्ट दूँ? पति: तुम मुझे प्यार करो, इज्ज़त करो और मेरा कहना मानो, यही काफ़ी है। पत्नी: नहीं मैं तो 'गिफ्ट' ही दूंगी।
पत्नी(पति से): क्यों जी! क्या ये सच है कि इस मौसम की चांदनी रातों में समझदार लोग भी पागल हो जाते हैं? पति ने आह भरते हुए कहा: हां, यह सच है! ऐसे ही मौसम की एक चांदनी रात में मैंने तुमको प्रपोज किया था।
पति ने अपनी पत्नी से कहा: पागलों के साथ रह-रह कर मैं आधा पागल तो हो ही गया हूं। उत्साहित होकर पत्नी बोली: कभी कोई काम पूरा भी कर लिया करो।
पति-पत्नी का झगड़ा हो रहा था। पत्नी: तुम्हें मेरी आवाज़ से बहुत परेशानी है न, बस आज के बाद तुम मेरी आवाज़ नहीं सुनोगे। पति: क्यों, क्या तुम गूंगी होने वाली हो? पत्नी: नहीं, मैं तुम्हें बहरा करने वाली हूँ।