पठान 1: अगर वो मेरी नहीं हुयी तो मैं उसे किसी और की भी नहीं होने दूंगा! पठान 2: तो इसका मतलब है कि अगर वो तेरी हो गयी तो सबकी होने देगा?
पठान फैक्ट्री में अपने बॉस 'संता' से कहता है, "सर, मेरे घर में 17वाँ बच्चा पैदा हुआ है, मेरी सैलरी बढ़ा दो"! संता: सलीम खान, मैं अपनी फैक्ट्री चलाऊं या तेरी?
ज्योतषी: तुम्हारे जीवन में 6 लडकियां हैं! पठान: वाह, क्या बात है? ज्योतषी: ज्यादा खुश होने कि बात नहीं है, तुम्हारे "राशी फल" के हिसाब से तुम्हारी एक घरवाली और 5 बेटियां होंगी!
पठान: जब हम छोटा था, तब हम ये दरख़्त पर चढ़ जाता था! दोस्त: यह तो बहुत बड़ा दरख़्त है, तुम इस पर कैसे चढ़ जाते थे? पठान: उस वक़त, ये दरख़्त भी छोटा होता था!
थानेदार: जब तुम्हारे यहाँ चोरी हुई तो कितना बजा था? पठान: चार लट्ठ हमपर और एक लट्ठ मेरी बेगम पर बजा था! थानेदार: मैं पूछता हूं कि घडी में कितना बजा था? पठान: साहब, घड़ी में तो एक ही लट्ठ बजा था, तभी घड़ी टूट गई थी!