पठान डॉक्टर के पास जाकर बोला, "डॉक्टर साहब, मैं रोज 100 रुपये की दवाई ले रहा हूँ, पर कोई फायदा नहीं हो रहा"। डॉक्टर: अब तुम मुझसे 80 रुपये वाली दवाई ले जाओ, इससे तुम्हें रोज 20 रुपये का फायदा होगा।
डॉक्टर: मैं तुम्हें ऐसी दवाई दूंगा कि तुम फिर से जवान हो जाओगे? पठान: ऐसा जुल्म न करना, डॉक्टर साहब। हमको पेंशन लगने वाला है।
पठान ब्लड के बारे में एक किताब पढ़ रहा था। सलमा: आज यह किताब क्यों पढ़ रहे हो? पठान: मुझे डॉक्टर ने कहा है कि कल मेरा ब्लड टेस्ट है इसलिए टेस्ट की तैयारी कर रहा हूँ।
पठान: डॉक्टर साहब, चश्मा लगा के हम अखबार पढ़ सकेगा न? डॉक्टर: हाँ, बिल्कुल। पठान: फिर ठीक है, वर्ना अनपढ़ की भी कोई जिंदगी है।
पठान के बेटे का एक्सीडेंट हो गया। डॉक्टर: आपके बेटे के पैर काटने पड़ेंगे। पठान ने अपना सिर पकड़ लिया। डॉक्टर: क्या हुआ? पठान: कल ही नालायक को नए जूते खरीद के दिये हैं।
पठान जब बीमार हुआ तो डॉक्टर के पास गया। डॉक्टर: यह लो दवा की शीशी, एक हफ्ते बाद आना। पठान एक हफ्ते बाद दोबारा आया। डॉक्टर: दवाई ख़त्म हो गयी? पठान: ओये, तुम हमको पागल बनाते हो। इस पर तो लिखा है कि शीशी को हमेशा बंद रखो।