पठान ने कफ़न की शॉप खोली तो लोगों ने उसे बहुत मारा क्यों? क्योंकि; उसने शॉप पर लिखवाया हुआ था, बड़ा कफ़न लेने पर बच्चे का कफ़न फ्री।
जज: तुमने अपने पडोसी के कान पर छूरा क्यों मारा? पठान: सरकार, कान पर तो भूल से लगा गया, मैं तो उसके गले पर मारना चाहता था।
पठान: अब्बू मुझे मोटर साइकिल चाहिए। अब्बू: अल्लाह ने पैर क्यों दिए हैं? पठान: एक गियर डालने के लिए और दूसरा ब्रेक लगाने के लिए।
चोर (बंदूक तानते हुए) बोला: "जिंदगी चाहते हो तो अपना पर्स मेरे हवाले कर दो। पठान: ये लो। चोर: कितने मूर्ख हो तुम, मेरी बंदूक मे तो गोली ही नहीं थी। पठान: और मेरे पर्स मे भी कहां रुपये थे।
पठान: डॉक्टर साहब, चश्मा लगा के हम अखबार पढ़ सकेगा न? डॉक्टर: हाँ, बिल्कुल। पठान: फिर ठीक है, वर्ना अनपढ़ की भी कोई जिंदगी है।
ज़मीदार: मेरी इतनी ज़मीन है कि मैं अपनी कार पर निकलूं तो शाम तक आधी ज़मीन पर पहुँचता हूँ। पठान: हाथ मिलाओ, हमारे पास भी पहले ऐसी ही 'खटारा' कार थी।