मैंने तो यूँ ही कह दिया था मज़ाक में कि तुम्हारे साथ वक़्त गुज़ारना अच्छा लगता है... कमबख्त ने बीवी बनकर ज़िन्दगी में, तहलका मचा दिया।
पत्नी: जब हमने शादी की थी तब तो आप मुझे बड़े प्रंशसनीय नामों से बुलाते थे, जैसे मेरी रस मलाई, मेरी रबड़ी, लेकिन अब इन नामों से क्यों नहीं बुलाते? पति: दूध की मिठाई कितने दिन ताज़ी रहेगी?
एक इन्दोरी पति-पत्नी की बातें: पत्नी: आप मुझे कितना प्यार करते हो? पति: भोत सारा। पत्नी: भोत सारा, मतलब कित्ता, कोई हिसाब किताब है कि नी? पति: भोत सारा, मने भोत सारा, अब मगजमारी करवाएगी क्या ज़मानेभर जोड़-घटाव, ऐं? पत्नी: अच्छा, सीधे से बोलो 1 से 10 तक कितने प्लेट पोहे के बराबर प्यार करते हो? पति: 10 प्लेट पोहे, 250 ग्राम सेव-नुक्ति डाल के, आधी तपेली झन्नाट ऊसल, मुट्ठा भर तली मिर्च, बारीक कतरा प्याज, 4-5 झटके जीरावन की डब्बी के बराबर प्यार करता हूँ, गेली।
आज रोड पे पड़े कचरे को उठाकर कूड़ेदान में डाला तो बगल में खड़े दो लोग ताली बजाने लगे। दिल को बहुत अच्छा लगा। बाद में पता चला कि... . . . . . . . . . . साले, खैनी रगड़ रहे थे।
कोई चीज बुरी नहीं होती बस समय समय की बात है। अगर बगल की स्कूटी पर खूबसूरत लड़की हो तो ट्रैफिक जाम भी अच्छा लगता है।