तुम्हारा साया बन कर ता उम्र तुम्हारा साथ निभायेंगे SHARE FacebookTwitter तुम्हारा साया बन कर ता उम्र तुम्हारा साथ निभायेंगेहर एक कदम तुम्हारी राहों को फूलों से सजायेंगेअगर मौत ने जुदा कर भी दिया ए दोस्त हमें तुमसेतो तुम्हारी खिड़की के सामने वाले पेड़ परप्रेत बन कर उलटे लटक जायेंगे! SHARE FacebookTwitter