मेरी हवस के अंदरूँ महरूमियाँ हैं दोस्त SHARE FacebookTwitter मेरी हवस के अंदरूँ महरूमियाँ हैं दोस्तवामाँदा-ए-बहार हूँ घटिया कहे सो हूँ*महरूमियाँ - deprivatio*वामाँदा-ए-बहार - fatigued of sprin SHARE FacebookTwitter