तीन रिश्ते तीन वक़्त में ही पहचाने जा सकते हैं!

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तीन रिश्ते तीन वक़्त में ही पहचाने जा सकते हैं
पत्नी: गरीबी में
दोस्त: मुसीबत में
औलाद: बुढ़ापे में

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