न हिन्दु दिखता था न मुसलमान दिखता था। उसे तो बस इन्सानो मे इन्सान दिखता था। हो SHARE FacebookTwitter न हिन्दु दिखता था न मुसलमान दिखता थाउसे तो बस इन्सानो मे इन्सान दिखता थाहो ग्ई आज खामोश वो आवाज सदा के लिए जिसकी बातो14मे केवल हिन्दुस्तान दिखता था। SHARE FacebookTwitter Tagsहिन्दी शायरी