भूल जाओ कि मुझ सा कोई और ढूँढ़ लोगे SHARE FacebookTwitter भूल जाओ कि मुझ सा कोई और ढूँढ़ लोगे,अरे मुझ सी तो मेरी परछाई भी नही है...! SHARE FacebookTwitter Tagsछाया शायरी