बचपन की वो अमीरी न जाने कहाँ खो गयी SHARE FacebookTwitter बचपन की वो अमीरी न जाने कहाँ खो गयीजब बारिश के पानी में, हमारे भी जहाज तैरा करते थेMoreThis is a great बचपन का प्यार शायरी. If you like अमीरी गरीबी शायरी then you will love this. Many people like it for कहाँ हो तुम शायरी. Share it to spread the love. SHARE FacebookTwitter Tagsबचपन का प्यार शायरी, अमीरी गरीबी शायरी
Hasrat hai sirf yaar tumhe pane ki, aur koi khawahish nahi is dewane ki, shikwa.......Read Full Shayari