​रफ़्तार कुछ इस कदर तेज़ है जिन्दगी की​

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​रफ़्तार कुछ इस कदर तेज़ है जिन्दगी की​
कि सुबह का दर्द शाम को, पुराना हो जाता है​

This is a great जिन्दगी कि शायरी. If you like जिन्दगी की सच्चाई शायरी then you will love this. Many people like it for जिन्दगी के शायरी.

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