क्या अच्छा क्या बुरा क्या भला देखाजब भी देखा तुझे अपने रु-बरु देखासोचा बहुत भूलकर भी सोचूँ ना तुझेजिस रात आँख लगी फिर तुझे हर सू देखा
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