दोस्त रूठे तो रब रूठे SHARE FacebookTwitter दोस्त रूठे तो रब रूठे, फिर रूठे तो जग छूटेअगर फिर रूठे तो दिल टूटे, और अगर फिर रूठेतो निकाल डंडामार साले को जब तक डंडा न टूटे SHARE FacebookTwitter