मोहबबत में नहीं है फ़र्क जी ने और मरने का SHARE FacebookTwitter मोहबबत में नहीं है फ़र्क जी ने और मरने काउसी को देख कर जीते हैं जिस क़ाफ़िर पे दम निकलेMore SHARE FacebookTwitter Tagsजीना शायरी