इश्क पर ज़ोर नहीं है ये वो आतिश 'ग़ालिब' SHARE FacebookTwitter इश्क पर ज़ोर नहीं है ये वो आतिश 'ग़ालिब'जो लगाये न लगे और बुझाये न बनेMore SHARE FacebookTwitter Tagsग़ालिब शायरी इन हिंदी लैंग्वेज