कुछ रोते में कट गयी SHARE FacebookTwitter कुछ रोते में कट गयी, कुछ आहों में कट गयीकुछ सोते में कट गयी, कुछ गुनाहों में कट गयीमंज़िल पे चलने वाले मंज़िल पे जा लगेराहें बदलने वालों की राहों में कट गयी SHARE FacebookTwitter