लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ SHARE FacebookTwitter लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफसर झुकाना नहीं आता तो झुकाए कैसेMoreThis is a great सर झुकाना शायरी. SHARE FacebookTwitter Tagsसर झुकाना शायरी