एक जनाजा और एक बारात टकरा गए

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एक जनाजा और एक बारात टकरा गए
उनको देखने वाले भी चकरा गए
ऊपर से आवाज आई-ये कैसी विदाई है
महबूब की डोली देखने साजन कि अर्थी भी आई है

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