तुम रख ना सकोगे मेरा तौफ़ा संभालकर

SHARE

तुम रख ना सकोगे मेरा तौफ़ा संभालकर
वरना मैं अभी दे दूं जिस्म से रूह निकाल कर।

This is a great मेरा बचपन शायरी. If you like मेरा नसीब शायरी then you will love this. Many people like it for मेरा गाँव शायरी. Share it to spread the love.

SHARE