मैं नासमझ ही सही मगर वो तारा हूँ जो

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मैं नासमझ ही सही मगर वो तारा हूँ जो
तेरी एक ख्वाहिश के लिए सौ बार टूट जाऊं

This is a great टूटता तारा शायरी.

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