ज़ख़्म इतने गहरे हैं इज़हार क्या करेंहम खुद निशाना बन गए वार क्या करेंमर गए हम मगर खुली रही ये आँखेंअब इससे ज्यादा उनका इंतज़ार क्या करें
This is a great क्या कहु शायरी. If you like क्या खूब शायरी then you will love this. Many people like it for क्या बात है शायरी. Share it to spread the love.