हजूम में था

SHARE

हजूम में था, वो खुल कर ना रो सका होगा
मगर यकीन है कि शब् भर ना सो सका होगा

This is a great यकीन की शायरी. If you like यकीन पर शायरी then you will love this. Many people like it for यकीन शायरी. Share it to spread the love.

SHARE