हर पल कुछ सोचते रहने की आदत गयी है

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हर पल कुछ सोचते रहने की आदत गयी है
हर आहट पे च चौंक जाने की आदत हो गयी है
तेरे इश्क़ में ऐ बेवफा, हिज्र की रातों के संग
हमको भी जागते रहने की आदत हो गयी है

This is a great बेवफा शायरी 2017. If you like जाने वाले शायरी then you will love this. Many people like it for रातों की शायरी. Share it to spread the love.

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