उस की चाहत का भरम क्या रखना

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उस की चाहत का भरम क्या रखना
दश्त-ए-हिजरां में क़दम क्या रखना
हँस भी लेना कभी खुद पर 'मोहसिन'
हर घडी आँख को नम क्या रखना

This is a great चाहत कि शायरी. If you like अपना ख्याल रखना शायरी then you will love this. Many people like it for क्या कहु शायरी. Share it to spread the love.

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