सपनों की तरह आकर चले गए SHARE FacebookTwitter सपनों की तरह आकर चले गएग़मों की नींद सुलाकर चले गएकिस भूल की सज़ा दी हमकोंपहले हंसाया, और फिर रुलाकर चले गएMoreThis is a great सपनों की शायरी. If you like सपनों पर शायरी then you will love this. SHARE FacebookTwitter Tagsसपनों की शायरी, सपनों पर शायरी