वो जो हममें तुममें क़रार था तुम्हें याद हो कि न याद होवही यानी वादा निबाह का तुम्हें याद हो कि न याद होवह जो लुत्फ़ मुझपे थे पेश्तर वह करम कि था मेरे हाल परमुझे सब है याद ज़रा-ज़रा तुम्हें याद हो कि न याद हो।
This is a great मेरे खुदा शायरी. If you like मेरे दुश्मन शायरी then you will love this. Many people like it for मेरे अहसास शायरी. Share it to spread the love.