छुपे हैं लाख हक़ के मरहले गुम-नाम होंटों पर SHARE FacebookTwitter छुपे हैं लाख हक़ के मरहले गुम-नाम होंटों परउसी की बात चल जाती है जिस का नाम चलता हैMore SHARE FacebookTwitter Tagsहोंठों पर शायरी