न कोई इलज़ाम न कोई तंज़

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न कोई इलज़ाम न कोई तंज़, न कोई रुसवाई मीर
दिन बहुत हो गए यारों ने कोई इनायत नहीं की

This is a great बहुत अच्छी शायरी. If you like इनायत शायरी then you will love this. Many people like it for बहुत खूबसूरत शायरी.

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