फ़राज़' अब कोई सौदा कोई जुनूं भी नहीं SHARE FacebookTwitter फ़राज़' अब कोई सौदा कोई जुनूं भी नहींमगर क़रार से दिन कट रहे हों, यूं भी नहींMoreThis is a great सौदा की शायरी. SHARE FacebookTwitter Tagsसौदा की शायरी