वो पहले सा कहीं

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वो पहले सा कहीं, मुझको कोई मंज़र नहीं लगता
यहाँ लोगों को देखो, अब ख़ुदा का डर नहीं लगता

This is a great पहले प्यार पर शायरी. If you like शायरी पहले प्यार की then you will love this.

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