अभी जिन्दा हूँ लेकिन सोचता रहता हूँ खल्वत में

SHARE

अभी जिन्दा हूँ लेकिन सोचता रहता हूँ खल्वत में
कि अब तक किस तमन्ना के सहारे जी लिया मैंने

This is a great जिन्दा दिल शायरी. If you like सोचता हूँ शायरी then you will love this.

SHARE