भटकते रहे हैं बादल की तरह SHARE FacebookTwitter भटकते रहे हैं बादल की तरहसीने से लगालो आँचल की तरहगम के रास्ते पर ना छोड़ना अकेलेवरना टूट जाएँगे पायल की तरहMoreThis is a great बादल की शायरी. If you like बादल पर शायरी then you will love this. SHARE FacebookTwitter Tagsबादल की शायरी, बादल पर शायरी