भटकते रहे हैं बादल की तरह

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भटकते रहे हैं बादल की तरह
सीने से लगालो आँचल की तरह
गम के रास्ते पर ना छोड़ना अकेले
वरना टूट जाएँगे पायल की तरह

This is a great बादल की शायरी. If you like बादल पर शायरी then you will love this.

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