तुझसे मैँ इजहार-ए-मोहब्बत इसलिए भी नही करता SHARE FacebookTwitter तुझसे मैँ इजहार-ए-मोहब्बत इसलिए भी नही करतासुना है बरसने के बाद बादलो की अहमियत नही रहतीMoreThis is a great अहमियत पर शायरी. If you like रिश्तो की अहमियत शायरी then you will love this. SHARE FacebookTwitter Tagsअहमियत पर शायरी, रिश्तो की अहमियत शायरी