भीड़ है बर-सर-ए-बाज़ार कहीं और चलें

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भीड़ है बर-सर-ए-बाज़ार कहीं और चलें
आ मेरे दिल मेरे ग़म-ख़्वार कहीं और चलें

This is a great भीड़ पर शायरी. If you like भीड़ में शायरी then you will love this.

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