फ़लक देता है जिन को ऐश उन को ग़म भी होते हैं

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फ़लक देता है जिन को ऐश उन को ग़म भी होते हैं
जहाँ बजते हैं नक़्क़ारे वहीं मातम भी होते हैं

This is a great मातम शायरी.

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