क़यामत के रोज़ फ़रिश्तों ने जब माँगा उससे ज़िन्दगी का हिसाब SHARE FacebookTwitter क़यामत के रोज़ फ़रिश्तों ने जब माँगा उससे ज़िन्दगी का हिसाबख़ुदा, खुद मुस्कुरा के बोला, जाने दो, 'मोहब्बत' की है इसनेMoreThis is a great जाने वाले शायरी. If you like हिसाब शायरी then you will love this. SHARE FacebookTwitter Tagsहिसाब शायरी