हाथ मिलाओ इस क़दर के दिल में हज़ारों मशालें जल जाएँ SHARE FacebookTwitter हाथ मिलाओ इस क़दर के दिल में हज़ारों मशालें जल जाएँकिसी मुफ़लिस का घर तुम्हारे कर्मों रोशन हो जाएMore SHARE FacebookTwitter Tagsहाथ की लकीरे शायरी