इक बार दिखाकर चले जाओ झलक अपनी

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इक बार दिखाकर चले जाओ झलक अपनी
हम जल्वा-ए-पैहम के तलबगार कहाँ है
जल्वा-ए-पैहम - लगातार दर्श
तलबगार - ख्वाहिशमंद, मुश्ताक, अभिलाषी

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